दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता में गिरावट आ गई है। दिल्ली में वायु की गुणवत्ता सोमवार को ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज की गई लेकिन हवा की गति ठीक होने से इसमें आंशिक सुधार होने की संभावना है। मॉर्निंग वॉक करने वाले अलवाज़ कहते हैं, “हम हवा में बदलाव को नोटिस कर रहे हैं, क्योंकि साइकिल चलाना और दौड़ते समय सांस लेना मुश्किल हो रहा है। हमें आने वाले दिनों में मॉर्निंग वॉक बंद करना पड़ सकता है।”
बता दें कि दिल्ली में वायु गुणवत्ता का गंभीर श्रेणी में पहुंच जाना एक सालाना परेशानी है और इसके लिए हवा की गति, पड़ोसी राज्यों में खेतों में आग लगाया जाना और स्थानीय प्रदूषण स्रोत जिम्मेदार हैं। दिल्ली के एक थिंक टैंक ‘काउंसिल ऑन एनर्जी, एन्वारनमेंट एंड वाटर’ के विश्लेषण के अनुसार दिल्ली में 18 से 39 फीसदी वायु प्रदूषण परिवहन की वजह से है। इसके बाद शहर में सड़कों की धूल 18 से 38 फीसदी तक वायु प्रदूषण में योगदान देते हैं।
वहीं उद्योग भी 2 से 29 प्रतिशत और थर्मल पॉवर प्लांट (तीन से 11 फीसदी) और निर्माण से आठ फीसदी तक योगदान देता है।